लेखनी प्रतियोगिता -24-Sep-2022 तेरी भक्ति में हो जाऊं लीन
शीर्षक-तेरी भक्ति में हो जाऊं लीन
विषय-भक्ति भावना
हे प्रभु! तू ही मेरा सब कुछ,
तेरी भक्ति में मिलता सुख,
संसार से लिप्त होकर मिलते दुःख।
मोह माया के जाल में फंसा इंसान,
करो वासनाओं का त्याग,
मन मे जगाओ भक्ति का भाव।
आया था खाली हाथ,
अंत समय ना होगा कोई साथ,
फिर क्यों करता है विचार?
प्रभु में लगाओ ध्यान,
बन जाओ अब साधक,
मन में उत्पन्न हो भक्ति का भाव।
जब होगा शमशान का रुख,
राम राम शब्द होगा सबके मुख,
राम नाम ही सबसे बड़ा सुख।
आत्मा का हो जाएगा गमन,
अब करो प्रभु को नमन,
प्रभु के चरणों में करो नतमस्तक।
प्रभु में हो जाऊं ऐसे लीन,
हो जाए प्रभु से मेरी मीत,
ना छूटे जग से हमारी प्रीत।
अंधियारे में मिलता रास्ता,
ऐसी होती प्रभु की भक्ति भावना,
प्रभु से हमारा है वास्ता।
हे प्रभु! तेरे चरणों की बन जाऊं धूल,
तेरी बांसुरी की बन जाऊं धुन,
तेरे नाम की बन जाऊं सुर।
ऐसी हो भक्ति भावना,
मन में हो तेरी आराधना,
बस तेरे नाम की हो साधना।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Pratikhya Priyadarshini
27-Sep-2022 12:10 AM
Bahut khoob 💐👍
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आँचल सोनी 'हिया'
26-Sep-2022 07:37 PM
Bahut khoob 🙏🌺
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Raziya bano
25-Sep-2022 12:04 PM
Nice
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